5 जून 2024 को, NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनिता विलियम्स और कमांडर बैरी विल्मोर ने Boeing Starliner रॉकेट से ISS (अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन) के लिए उड़ान भरी। यह Starliner की पहली क्रू फ्लाइट थी, जिसे केवल एक सप्ताह तक चलना था।
लॉन्च के एक दिन बाद Boeing Starliner ने ISS के साथ सफलतापूर्वक डॉकिंग की। सुनिता और बैरी को अपने छोटे से छह दिन के प्रवास के दौरान महत्वपूर्ण शोध और मरम्मत कार्य करना था।
जो मिशन केवल एक सप्ताह का होना था, वह अचानक लंबा हो गया। Boeing Starliner में एक गंभीर खराबी ने सुनिता और बैरी को ISS पर फंसा दिया, जिससे उनकी वापसी की तारीख कई महीनों के लिए टल गई।
उड़ान के दौरान पांच थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया और प्रणोदन प्रणाली में हीलियम लीक का पता चला। NASA ने तब तक लौटने की योजना टाल दी जब तक Starliner की सुरक्षित वापसी की गारंटी नहीं दी जा सकती थी, जिससे अनिश्चितता और बढ़ गई।
ISS पर सभी सुविधाएं होने के बावजूद, सुनिता और बैरी को अपने लंबे प्रवास की चुनौतियों के अनुकूल होना पड़ा। वे अपने काम में लगे रहे और समाधान का इंतजार करते हुए अपना हौसला बनाए रखा।
Starliner की मरम्मत जल्दी न होने के कारण, NASA ने आखिरकार SpaceX की मदद से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का फैसला किया। Crew-9 स्पेसक्राफ्ट को फरवरी 2025 में सुनिता और बैरी को सुरक्षित वापस लाने के लिए तैयार किया गया है।
आठ दिनों का मिशन अब आठ महीने लंबा हो गया है। पूरी दुनिया उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रही है, और सुनिता और बैरी की अडिग सहनशीलता इस चुनौती को मानव दृढ़ता और अंतरिक्ष अन्वेषण की नई मिसाल बना रही है।